Wednesday, February 8, 2023

Essay on jawaharlal nehru in hindi

Essay on jawaharlal nehru in hindi

जवाहर लाल नेहरु निबंध (Pandit Jawaharlal Nehru Essay in Hindi),जवाहर लाल नेहरू पर निबंध

WebJun 14,  · जवाहरलाल नेहरू पर निबंध Pandit Jawaharlal Nehru Essay In Hindi: भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी एवं आजादी के बाद बने देश के प्रथम WebFeb 15,  · Jawaharlal Nehru Essay in Hindi पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा किया गया लेखन कार्य नेहरू जी एक महान वक्ता और लेखक थे। उन्होंने WebEssay on Jawaharlal Nehru: Pundit Jawaharlal Nehru was an independence activist and member of the Indian National Congress who became the first Prime Minister of WebLT Premium जॉइन करने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें: blogger.com Missing: essay ... read more




में अंग्रेजी सत्ता में भारतीयों की स्वतंत्रता प्राप्त करने की भावनाओं को कुचलने के लिए अपनी दमनकारी कदमों को तेजी से बढ़ाया। इसके लिए उन्होंने पंजाब के अमृतसर के जलियांवाला बाग में निहत्थो पर जनरल डायर से गोली चलवा दी।अनेक निर्दोष मौत के घाट उतार दिए गए।इस हत्याकांड से क्षुब्ध होकर महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन छेड़ दिया। तब पंडित जवाहर लाल नेहरु ने अपनी वकालत को तुरंत ही तिलांजली दे दी।फिर अपने तन- मन बुद्धि — प्रतिभा और धन से स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष में लग गए।. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश को स्वतंत्र करने के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर देने का दृढ़ संकल्प कर लिया ।इन्होंने अपनी आलीशान जिंदगी को स्वतंत्रता — संग्राम में संघर्षरत होकर झोंकने में किसी प्रकार की आनाकानी नहीं कि। सन ई.


पंडित मोतीलाल भी महात्मा गांधी की असाधारण देशभक्ति से प्रभावित हुए बिना ना रह सके वह अपने सुपुत्र पंडित जवाहरलाल नेहरु की तरह स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष में कूद पड़े। उन्होंने भी बेरिस्टरी करनी छोड़ दी ।फिर महात्मा गांधी के मार्गदर्शन में देश के आजादी के लिए अपनी विदेशी वस्तुओं का परित्याग कर दिया।. महात्मा गांधी के नेतृत्व में हमारा देश पूर्ण रूप से आजाद हो गया ।पंडित जवाहरलाल नेहरु के असीम त्याग तप को देखकर उन्हें देश का पहले प्रधानमंत्री के रूप में मनोनीत किया गया। इनके नेतृत्व में पूरे देश ने अभूतपूर्व उन्नति की। 23 मई सन ईस्वी को वे हमें इस संसार से छोड़कर चले गए ।लेकिन उनका शांति संदेश इस धरती से भी कभी नहीं जा सकेगा।.


Essay on Jawaharlal Nehru in hindi-जवाहरलाल नेहरू पर निबंध देश की स्वाधीनता संग्राम से लेकर आधुनिक भारत के निर्माताओं में सक्रिय भूमिका निभाने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू को प्रत्येक देशवासी सादर पूर्वक प्यार याद करते हैं पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम शांति के अग्रदूत और अहिंसा के संवाहक के रूप में भी विश्व के महान व्यक्तियों के साथ लिया जाता है इनका जन्म 14 नवंबर ई. में ही इनका विवाह पंडित कमला नेहरू से हो गया। सन ई. में अंग्रेजी सत्ता में भारतीयों की स्वतंत्रता प्राप्त करने की भावनाओं को कुचलने के लिए अपनी दमनकारी कदमों को तेजी से बढ़ाया। इसके लिए उन्होंने पंजाब के अमृतसर के जलियांवाला बाग में निहत्थो पर जनरल डायर से गोली चलवा दी।अनेक निर्दोष मौत के घाट उतार दिए गए।इस हत्याकांड से क्षुब्ध होकर महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन छेड़ दिया। तब पंडित जवाहर लाल नेहरु ने अपनी वकालत को तुरंत ही तिलांजली दे दी।फिर अपने तन- मन बुद्धि — प्रतिभा और धन से स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष में लग गए। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश को स्वतंत्र करने के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर देने का दृढ़ संकल्प कर लिया ।इन्होंने अपनी आलीशान जिंदगी को स्वतंत्रता — संग्राम में संघर्षरत होकर झोंकने में किसी प्रकार की आनाकानी नहीं कि। सन ई.


अपने दोस्तों को share करे:. Leave a Comment Cancel reply Comment Name Email Website. He was very fond of the children so has created many ways for the growth and development of them. Currently, another programme named Bal Swachhta abhiyan has been launched by the Indian government to be celebrated on his birthday anniversary. He always gave the priority to the improvement of the untouchables, people of weaker sections of society, right of women and children welfare. आइये अब हम आपको p. t jawaharlal nehru essay in hindi, जवाहर लाल नेहरू के विचार, jawaharlal nehru essay in kannada, jawaharlal nehru essay in telugu, Jawaharlal Nehru Speech in Hindi, जवाहरलाल नेहरू निबंध, आदि की जानकारी किसी भी भाषा जैसे Hindi, Urdu, उर्दू, English, sanskrit, Tamil, Telugu, Marathi, Punjabi, Gujarati, Malayalam, Nepali, Kannada के Language Font में साल , , , , , , , , , , का full collection whatsapp, facebook fb व instagram पर share कर सकते हैं.


Pandit Jawaharlal Nehru is counted among the very famous personalities of the India and almost every Indian knows about him very well. He was very fond of the children and loved them much. Children of his time were used to of saying him as Chacha Nehru. He was the most popular national and international figure. He is considered as the maker of modern India because of his hardship during his first prime ministership of India. He became the first and longest serving prime minister of the country from the year till He took the responsibility of the India to lead it ahead just after the independence of the country.


He was born on 14th of November in at Allahabad, India to the Motilal Nehru. His father Motilal Nehru was a prominent and successful lawyer and very rich person of that time. He provided the environment to his son as a prince. Nehru took his earlier study at home in the observation of most efficient teacher. At his 15, he went to the England for higher studies at public school in Harrow and Cambridge University. He completed his degree in the year and joined law just like his father and truly he became a lawyer later. He started practising his law in the Allahabad High Court after his return to the country. He got married to the Kamala Kaul in the year at the age of 27 and became the father of Indira.


He saw that people of India were treated very badly by the Britishers then he promised to join the freedom movement and fight for India against the Britishers. His patriotic heart did not allow him to sit comfortably and forced him to join the Indian independence movement with the Bapu and finally he joined the Non-cooperation Movement of Mahatma Gandhi. He had to go to the jail several times however did not fed up and continued his fight by suffering all the punishment cheerfully. Finally Indian got independence on 15th of August in and citizens of India selected him as a first Indian prime minister to lead the country in the right direction.


After his selection as the prime minister of India, he had created many ways to progress the country under his guidance. Serving the country with his hardship, he died on 27th of May in because of the heart attack. જવાહરલાલ નેહરુનો જન્મ 14 નવેમ્બર, ના રોજ અલ્લાહાદમાં થયો હતો. તેમને ખાનગી શિક્ષક તરીકે ઘરે પ્રારંભિક શિક્ષણ મળ્યું હતું. પંદર વર્ષની ઉંમરે, તે ઇંગ્લેન્ડ ગયો અને બે વર્ષ પછી હેરોમાં, કેમ્બ્રિજ યુનિવર્સિટીમાં જોડાયો, જ્યાં તેણે નેચરલ સાયન્સિસમાં તેની ટ્રાયપોઝ લીધી. પાછળથી તેને આંતરિક મંદિરમાંથી બારમાં બોલાવવામાં આવ્યો. તે માં ભારત પાછો ફર્યો અને સીધા રાજકારણમાં ગયો. એક વિદ્યાર્થી તરીકે પણ, તે વિદેશી પ્રભુત્વ હેઠળ સહન કરનારા તમામ રાષ્ટ્રોના સંઘર્ષમાં રસ ધરાવતો હતો. આયર્લૅન્ડમાં સિન ફીન ચળવળમાં તેમણે રસ દાખવ્યો હતો.


ભારતમાં, તે સ્વાભાવિક રીતે સંઘર્ષના સંઘર્ષમાં દોરી ગયો હતો. તેમણે માં ઉત્તર પ્રદેશના પ્રતાપગઢ જિલ્લામાં પ્રથમ કિશન માર્ચનું આયોજન કર્યું હતું. સપ્ટેમ્બર માં નેહરુ ઓલ ઇન્ડિયા કોંગ્રેસ કમિટીના જનરલ સેક્રેટરી બન્યા. બેલ્જિયમમાં, તેમણે બ્રસેલ્સમાં કૉંગ્રેસ ઑફ અમ્પ્રેસ્ડ નેશનલિટીઝ ઇન ઇન્ડિયાના સત્તાવાર પ્રતિનિધિ તરીકે હાજરી આપી.



Read information about Jawaharlal Nehru in Hindi as many of users over the internet are searching for Jawaharlal Nehru Wikipedia in Hindi, Jawaharlal Nehru Biography in Hindi, Jawaharlal Nehru information in Hindi, Pandit Jawaharlal Nehru in Hindi, Jawaharlal Nehru Essay in Hindi, Jawaharlal Nehru speech in Hindi, 10 lines on Jawaharlal Nehru in Hindi and many more related articles on Jawaharlal Nehru in Hindi. पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के बच्चों और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए. Scroll down and read the whole article on and information about Jawaharlal Nehru in Hindi.


First, we are starting from Jawaharlal Nehru Biography in Hindi and Jawaharlal Nehru Essay in Hindi. जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, को प्रयाग इलाहाबाद में हुआ था। इनके पिता का नाम मोतीलाल नेहरू था मोतीलाल नेहरू एक प्रसिद्ध वकील थे। वे काफी संपन्न व्यक्ति थे। बाद में उन्होंने देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग लिया था। जवाहर लाल की माता का नाम श्रीमती स्वरूप रानी था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा घर पर हुई। 15 वर्ष की आयु में नेहरू जी को शिक्षा प्राप्ति के लिए इंग्लैण्ड भेज दिया। सन में बैरिस्ट्री की परीक्षा उत्तीर्ण कर वे भारत लौट आए। में जवाहर लाल कमला नेहरू के साथ विवाह-सत्र में बंध गए।. स्वदेश लौटने पर नेहरू जी ने वकालत आरंभ की परंतु उसमें उनका चित्त नहीं रहा। भारत की परतंत्रता उनके मन में काँटे की तरह चुभती थी। उन्होंने इंग्लैण्ड का स्वतंत्र वातावरण देखा था, उसकी तुलना में भारत दीन हीन देश था। यहाँ की दीन दशा के लिए अंग्रेजों की नीति जिम्मेदार थी। उधर पंजाब में हुए जलियाँवाला हत्याकाँड ने उनके मन को झकझोर कर रख दिया। नेहरू जी ने पहले होमरूल आदोलन में भाग लिया, फिर गाँधी जी के नेतृत्व में चल रहे अहिंसात्मक आदोलन में सक्रिय सहयोग देने लगे। राजसी ठाठ-बाट छोडकर खादी का कपड़ा पहना और सत्याग्रही बन गए। असहयोग आदोलन में बढ़-चढ़ कर भागीदारी की। इसके बाद उन्होंने संपूर्ण जीवन देश की सेवा में अर्पित कर दिया।.


सन् में लाहौर अधिवेशन में जवाहर लाल जी कांग्रेस के अध्यक्ष बने। नेहरू जी ने इस अधिवेशन में पूर्ण स्वराज्य की माँग की। 15 अगस्त , के दिन भारत अंग्रेजो की दो सौ वर्षों की गुलामी को पछाड़ कर स्वतंत्र राष्ट्र बन गया। नेहरू जी स्वतंत्र राष्ट्र के प्रथम प्रधानमंत्री बने। बच्चों के चाचा नेहरु और भारत के पहले प्रधानमंत्री की देश की सेवा करते हुए हृदय घात की वजह से 27 मई को निधन हो गया। भारत के पहले प्रधानमंत्री और भारतीय राजनीति के महानायक पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ने जिस तरह अपने दूरदर्शी सोच, कठोर प्रयास और संघर्षों के बाद भारत को शक्तिशाली और मजबूत राष्ट्र बनाने में अपने अपूर्व योगदान दिया, उससे हर किसी को प्रेरणा लेने की जरूरत है। वहीं हम सभी को उनके आदर्शों पर चलकर भारत के विकास में अपना सहयोग देना चाहिए।. पंडित जवाहरलाल नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री और हम सबके प्यारे चाचा नेहरू उन नेताओं में से एक थे, जिन्हें आधुनिक भारत के निर्माण का श्रेय जाता है। श्री नेहरू का जन्म 14 नवंबर, को इलाहाबाद में हुआ। उनके पिता मोतीलाल नेहरू एक मशहूर वकील थे। उनकी माताजी का नाम स्वरूप रानी था। श्री नेहरू ने विदेश के बेहतरीन शिक्षण संस्थानों से शिक्षा प्राप्त की। में वे भारत लौटकर वकालत करने लगे।.


चार साल बाद में उनका विवाह कमला नेहरू से हुआ। इसके बाद वे छोटी-मोटी राजनीतिक गतिविधियों से जुड़ने लगे, लेकिन राजनीति से उनका असल जुड़ाव में महात्मा गांधी के संपर्क में आने के बाद हुआ। वे गांधीजी की शांतिपूर्वक प्रतिरोध करने की नीति से बहुत प्रभावित हुए। वहीं गांधीजी ने भी उनमें भारत कीं राजनीति का भविष्य देखा। सक्रिय राजनीति में कदम रखने के बाद श्री नेहरू में इलाहाबाद नगर निगम के अध्यक्ष चुने गए। तीन साल तक पार्टी के महासचिव रहने के बाद दिसंबर, में लाहौर अधिवेशन के दौरान वे कांग्रेस के अध्यक्ष चुन लिए गए। इसी अधिवेशन के दौरान 26 जनवरी, को भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रस्ताव पारित किया गया।. Gandhi Jayanti Essay in Hindi. Essay on Rabindranath Tagore in Hindi. Narendra Modi essay in Hindi. Action to be effective must be directed to clearly conceived ends। कार्य के प्रभावी होने के लिए उसे स्पष्ठ लक्ष्य की तरफ निर्देशित किया जाना चाहिए।.


Hello, guys today we are going to write an essay on Jawaharlal Nehru in Hindi. जवाहरलाल नेहरू पर निबंध हिंदी में। Students today we are going to discuss very important topic i. e essay on Jawaharlal Nehru in Hindi. Jawaharlal Nehru essay in Hindi is asked in many exams. The long essay on Jawaharlal Nehru in Hindi is defined in more than words. Learn an essay on Jawaharlal Nehru in Hindi and bring better results. जवाहरलाल नेहरू का जन्म 4 नवंबर को इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश, में हुआ था। उनके पिता का नाम पं. मोती लाल नेहरू था, जो प्रसिदध वकील थे तथा उनकी मां का नाम स्वरुप्रानी था। जवाहरलाल नेहरू की परवरिश एक राजकुमार की तरह हुई थी। एक अंग्रेजी ट्यूटर द्वारा घर पर अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद, उन्हें उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड भेजा गया। उन्होंने इंग्लैंड से कानून में अपनी डिग्री ली और बैरीस्टर के रूप में भारत लौट आये।.


जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी के साथ भारत की स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल थे। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उन्हें कई बार जेल भेजा गया। उनका पूरा जीवन स्वतंत्रता के लिए भारत की लड़ाई का इतिहास है। उन्होंने कई सालों के लिए महा सचिव के रूप में कांग्रेस की सेवा की। वह एक महान राजनीतिक नेता थे और स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए उन्होंने पांच साल की योजना शुरू कर दी थी और बहुउद्देशीय परियोजनाओं का निर्माण किया था। अंत में, में भारत की स्वतंत्रता के बाद वह भारत के पहले प्रधान मंत्री बने।. पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को भारत के प्रसिद्ध व्यक्तियों में गिना जाता है और लगभग हर भारतीय उनके बारे में बहुत अच्छी तरह से जानता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर को इलाहाबाद में एक कश्मीरी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वह स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्हें हम चाचा नेहरू के रूप में भी जानते हैं। उनका जन्मदिन, देश के बच्चों के लिए उनके महान प्रेम और स्नेह के कारण बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। जवाहरलाल नेहरू के मुताबिक, बच्चे देश के उज्ज्वल भविष्य हैं। नेहरुजी अच्छी तरह से जानते थे कि देश का उज्ज्वल भविष्य बच्चों के उज्ज्वल भविष्य पर ही निर्भर करता है।.


उनके पिता का नाम मोतीलाल नेहरू था और माता का नाम स्वरूपरानी थूसु था। उनके पिता इलाहाबाद के एक प्रसिद्ध वकील थे। इसलिए उन्होंने जवाहरलाल नेहरू को उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड भेजा। नेहरू जी ने वहां वकालत पूरी की और में एक वकील के रूप में भारत लोट आए।. भारत में पंडित जवाहरलाल नेहरू महात्मा गांधी से मिले। महात्मा गांधीजी से मिलने के बाद नेहरु जी — गांधी जी से बहुत प्रभावित हुए थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी जी ने देश की स्वतंत्रता के लिए बहुत संघर्ष किया था। भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई के दौरान जवाहरलाल नेहरू जी को कई बार जेल भेजा दिया गया। इस प्रकार, पंडित नेहरू जी ने भारत की आजादी के लिए बहुत संघर्ष किया था।. इस प्रकार, 27 मई, को, भारत की सेवा के दौरान, दिल का दौरा पड़ने के कारण नेहरू जी का निधन हो गया। दुनिआ भर के शांतिप्रिय लोगो पर इनकी मौत का गहरा असर पड़ा, क्योकि उन्होंने एक ऐसा शांतिप्रिय नेता खो दिया था जिनका स्थान भरना बहुत कठिन होगा। उनकी मृत्यु के बाद, हर साल 14 नवंबर को, उनका जन्मदिन एक बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। चाचा नेहरू को उनके बलिदान और राजनीतिक उपलब्धियों के लिए हमेशा याद किया जाएगा।.


स्वतन्त्र भारत के प्रथम प्रधान मंत्री पण्डित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवम्बर को इलाहाबाद के प्रसिद्ध आनन्द भवन में हुआ था। यह भवन उन दिनों अखिल भारतीय कांग्रेस और राजनीतिक गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र था। देश के सभी बड़े नेता समय-समय पर यहीं एकत्रित होते थे और अपनी रणनीति तय करते थे। बालक नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू अपने समय के प्रसिद्ध वकील और कांग्रेस के नेता थे। इनकी माता का नाम स्वरूप रानी नेहरू था। वे अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। इनकी दो बहिनें-विजय लक्ष्मी पंडित और कृष्णा हठी सिंह थीं। जवाहरलाल नेहरू का पालन-पोषण बड़ी सुख-सुविधाओं के बीच हुआ। 15 वर्ष की आयु में इन्हें उच्च कानूनी शिक्षा प्राप्त कर वैरिस्टर बनने के लिए इंग्लैंड भेजा गया। लंदन में इन्होंने हैरे तथा कैम्ब्रिज में अध्ययन किया और इनर टैम्पल में कानून का प्रशिक्षण पूरा किया। अंततः में वे स्वदेश लौट आए।.


सन् में इनका विवाह कमला कॉल से हो गया। नेहरू जी की गाँधी जी से मुलाकात से उनके जीवन में एक महत्त्वपूर्ण मोड़ आया। में वकालत छोड़कर वे स्वतन्त्रता संग्राम में कूद पड़े। गाँधी जी के नेतृत्व ने नेहरू जी के जीवन में एक क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया। इसके पश्चात् उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 19 नवम्बर, को बेटी इन्दिरा का जन्म हुआ। में कमला नेहरू की मृत्यु पर नेहरू जी को बड़ा धक्का लगा परन्तु वे देश की आजादी के संग्राम में लगे रहे। में उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस का सदस्य बनाया गया और फिर वे जीवन भर इसके सदस्य बने रहे। उन्होंने भारत का व्यापक दौरा किया और अपनी आंखों से देश की दयनीय तस्वीर देखी।. जलियांवाला बाग की त्रासदी और अत्याचार ने तो सभी देशवासियों को गहरा आघात पहुंचाया। नेहरू जी भी इससे बड़े आहत हुए। सन् में वे पहली बार जेल गये। में उन्होंने यूरोप का भ्रमण किया तथा वहां के स्वतन्त्र देशों के संविधान, कार्यप्रणाली आदि का अध्ययन किया। में वे भारत लौट आये और पुन: स्वतन्त्रता-संग्राम में संलग्न हो गये। में लाहौर अधिवेशन में उन्हें कांग्रेस का प्रधान बनाया गया। इसी ऐतिहासिक अधिवेशन में पूर्ण स्वराज्य का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। शीघ्र ही नेहरू जी, गाँधी जी के राजनीतिक उत्तराधिकारी और देश के प्रमुख नेताओं में गिने जाने लगे।.


नेहरू जी स्वतन्त्र भारत के प्रधान मंत्री बनाये गये। 30 जनवरी, को महात्मा गाँधी जी की हत्या ने सारे भारत को गहरे शोक में डुबो दिया। नेहरू जी को इससे बड़ा आघात लगा परन्तु शीघ्र ही उन्होंने अपने आप को संभाल लिया और वे पुन: अपने कार्यों में सक्रिय हो गये। नेहरू जी ने अपने राजनीतिक जीवन में कई परिवर्तन देखे परन्तु कभी हिम्मत नहीं हारी। वे पूरे आशावादी थे। सन् में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ यू. में एक बड़ा ओजस्वी भाषण दिया और विश्वशांति की जोरदार वकालत की।. नेहरू जी के व्यक्त्वि के कई आयाम थे। 17 वर्ष की लम्बी अवधि तक वे देश को समृद्ध, शिक्षित, गतिशील व पूर्णत: स्वावलम्बी बनाने के प्रयत्न में लगे रहे। वे महान मानवतावादी तथा सहिष्णु स्वभाव के नेता थे और जनता की सेवा को ही अपना परम धर्म मानते थे। देश के लोगों में वे बहुत लोकप्रिय थे और सारी जनता उन्हें बड़ा आदर व प्यार करती थी। वे एक बहुत अच्छे वक्ता, लेखक और इन्सान थे। उनके भाषण सुनने हजारों की भीड़ उमड़ पड़ती थी। बच्चों से उनको असीम प्यार था। उन्हीं की आंखों में वे भारत का स्वर्णिम भविष्य देखते थे। बहुत व्यस्त रहने के बावजूद भी वे बच्चों से मिलने का समय निकाल लेते थे। बच्चों में वे स्वयं भी बच्चे बन जाते थे।.


जवाहर लाल नेहरू का जन्म पावन तीर्थ प्रयाग में माता स्वरूप रानी की गोद हरी करने के लिए नेहरू वंश की वृद्धि के लिए, पीड़ित भारत के कल्याण के लिए 14 नवम्बर, सन् को श्री मोती लाल के घर हुआ। श्री मोती लाल विख्यात वकील थे और पाश्चात्य सभ्यता से प्रभावित थे। आरम्भ में नेहरू जी को शिक्षा भी कुछ ऐसी ही मिली। अध्यापक कुछ आध्यात्मिक अधिक थे, इसलिए नेहरू भी आध्यात्मिक बनने लगे। पिता को यह अच्छा न लगा और उन्होंने सन् में नेहरू को इंग्लैंड भेज दिया। वहां नेहरू जी ने निरन्तर सात वर्ष तक अध्ययन किया। में वकालत पास करके आए। पिता की इच्छा थी कि बेटा इनकी तरह ही विख्यात वकील बने, फलतः पुत्र ने पिता के साथ वकालत में सहयोग देना शुरु किया। इधर वकालत चलती उधर विख्यात राजनीतिज्ञ मोती लाल नेहरू के घर आते और राजनीतिक चर्चा करते। फलत: नेहरू पर भी कुछ-कुछ राजनीतिक प्रभाव पड़ने लगा।.


नेहरू स्वतन्त्र देश के पहले प्रधानमन्त्री बने। भारत के सामने एक नहीं, अनेक समस्याएं मुंह खोले खड़ी थीं। नेहरू ने कुशल वीर पुरुष की तरह डट का उनका मुकाबला किया। तकनीकी उन्नति, वैज्ञानिक उन्नति, शिक्षा-सम्बन्धी उन्नति, आर्थिक उन्नति, तात्पर्य यह कि भारत को हर तरह से उन्नत करने का प्रयास किया। उनके जीवनकाल में तीन बार आम चुनाव हुए — और में, तीनों ही बार नेहरू भारत के प्रधानमन्त्री बने तथा तीनों बार कांग्रेस को बहुमत मिला। नेहरू की पंचशील की योजना का. सम्मान विश्व भर में हुआ। देश की बागडोर अपने हाथ में लेकर नेहरू देश के नव-निर्माण में जुट गए। इसके लिए पंचवर्षीय योजनाओं का आरम्भ हुआ। सन् में प्रथम पंचवर्षीय योजना आरम्भ हुई। देश के औद्योगीकरण की ओर कदम बढ़ाए गए। वैज्ञानिक प्रगति के इस युग में इस ओर आए बिना उन्नति संभव न थी। अतः बड़े-बड़े कल कारखाने आरम्भ हुए और बड़े-बड़े बाँध बनाए गए। वैज्ञानिक क्षेत्र में अनुसंधान हुए। इन को ही नेहरू आधुनिक मन्दिर मानते थे। परमाणु शक्ति के विकास की आधारशिला रखी गई। रेल के इंजन और हवाई जहाज का निर्माण अपने देश में आरम्भ हुआ।.


विदेश नीति के क्षेत्र में भी भारत पूरे विश्व में उभर कर सामने आया। पंचशील और सह-अस्तित्व के सिद्धान्तों को अपनाया गया। रूस अमेरिका और चीन के साथ मैत्री सम्बन्ध बने, इण्डोनेशिया और कोरिया के साथ जुड़े।. सन् में जब चीन ने मैत्री के नारे के साथ भारत की पीठ में चाकू घोंपा तो नेहरू को बहुत आघात पहुंचा। उसके बाद भारत सैन्य-विकास की ओर बढ़ा। शस्त्रों के बड़े-बड़े कारखाने बने। इस प्रकार वे नए भारत के निर्माता बने।. जवाहर लाल नेहरू को अपने पर पूरा भरोसा था। उनका विश्वास था कि अगर दृढ़-संकल्प से, कोई कार्य किया जाए तो कोई कारण नहीं कि वह पूर्ण न हो। इसलिए भारत की आज़ादी से पहले ही उन्हें भरोसा था कि हम आज़ाद हो कर ही रहेंगे। और उन्हें दृढ़ विश्वास था कि आज़ाद होकर हम स्वतन्त्रता की रक्षा कर सकेंगे और समस्याओं को सुलझा लेंगे। नेहरू जी अधिक परिश्रमी थे। निराशा तो उनके मुख पर कभी झलकती तक न थी। कार्यों से वह घबराते न थे। उनका विचार था कि यह जीवन संग्राम है, संघर्षों से ही जीवन निखरता है, निकम्मे और निठल्ले रहने से जीवन अपने आप में ही बोझ बन जाता है। उनका कहना था कि मैं सौ वर्ष तक जीना चाहता हैं और देखना चाहता हूँ कि जीवन की पगडंडियां कितनी ऊबड़-खाबड़ हैं। वह जीवन इसीलिए नहीं चाहते थे कि सुख-भोग प्राप्त करें, वह जीवन इसलिए नहीं चाहते थे कि उन्हें वैभव का नशा था, अधिकारों का उन्माद था बल्कि उनके विचार में जीने का अर्थ था जनता की भलाई, संघर्षों से दो हाथ होना और साधना के पथ पर चलना।.


Essay on Indira Gandhi in Hindi. Essay on Rajiv Gandhi in Hindi. Subhadra Kumari Chauhan in Hindi. अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे।. Your email address will not be published. Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Notify me of follow-up comments by email. Notify me of new posts by email. Now Trending: Nepal Earthquake in Hind Essay on Cancer in Hindi War and Peace Essay in H Essay on Yoga Day in Hin Information About Jawaharlal Nehru in Hindi. Share this: Click to share on Facebook Opens in new window Click to share on Twitter Opens in new window Click to share on LinkedIn Opens in new window Click to share on Pinterest Opens in new window Click to share on WhatsApp Opens in new window.


Tags: about jawaharlal nehru in hindi , Chacha Nehru , jawaharlal nehru , jawaharlal nehru biography in hindi , jawaharlal nehru history in hindi , jawaharlal nehru quotes in hindi , jawaharlal nehru wikipedia in hindi. About The Author Hindi In Hindi. Add a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Home About Contact Us Cookie Policy Google Adsense.



Please wait while your request is being verified...,Post navigation

WebFeb 15,  · Jawaharlal Nehru Essay in Hindi पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा किया गया लेखन कार्य नेहरू जी एक महान वक्ता और लेखक थे। उन्होंने WebLT Premium जॉइन करने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें: blogger.com Missing: essay WebJun 14,  · जवाहरलाल नेहरू पर निबंध Pandit Jawaharlal Nehru Essay In Hindi: भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी एवं आजादी के बाद बने देश के प्रथम WebEssay on Jawaharlal Nehru: Pundit Jawaharlal Nehru was an independence activist and member of the Indian National Congress who became the first Prime Minister of ... read more



जवाहर लाल नेहरू के विचार Jawaharlal Nehru Quotes in Hindi — अनमोल विचार इन हिंदी. He was very great person who liked and loved children very much. નેહરુ ભારતીય રાષ્ટ્રીય કોંગ્રેસના લાહોર સત્રના અધ્યક્ષ તરીકે ચૂંટાયા હતા, જ્યાં ધ્યેય તરીકે દેશ માટે સંપૂર્ણ સ્વતંત્રતા અપનાવવામાં આવી હતી. About The Author Hindi In Hindi. National Anthem of India. पंडित मोतीलाल भी महात्मा गांधी की असाधारण देशभक्ति से प्रभावित हुए बिना ना रह सके वह अपने सुपुत्र पंडित जवाहरलाल नेहरु की तरह स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष में कूद पड़े। उन्होंने भी बेरिस्टरी करनी छोड़ दी ।फिर महात्मा गांधी के मार्गदर्शन में देश के आजादी के लिए अपनी विदेशी वस्तुओं का परित्याग कर दिया।. t jawaharlal nehru essay in hindi, जवाहर लाल नेहरू के विचार, jawaharlal nehru essay in kannada, jawaharlal nehru essay in telugu, Jawaharlal Nehru Speech in Hindi, जवाहरलाल नेहरू निबंध, आदि की जानकारी किसी भी भाषा जैसे Hindi, Urdu, उर्दू, English, sanskrit, Tamil, Telugu, Marathi, Punjabi, Gujarati, Malayalam, Nepali, Kannada के Language Font में साल , , , , , , , , , , का full collection whatsapp, facebook fb व instagram पर share कर सकते हैं.



जवाहरलाल नेहरू essay on jawaharlal nehru in hindi उपस्थिति में भारत के इस प्रकार हादसे पूरा देश गुस्से में था और कांग्रेस पार्टी की बहुत अधिक आलोचना हो रही थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू को भारत का यह जगह होने पर बहुत दुख था।. The long essay on Jawaharlal Nehru in Hindi is defined in more than words, essay on jawaharlal nehru in hindi. संबंधित पोस्ट. में अंग्रेजी सत्ता में भारतीयों की स्वतंत्रता प्राप्त करने की भावनाओं को कुचलने के लिए अपनी दमनकारी कदमों को तेजी से बढ़ाया। इसके लिए उन्होंने पंजाब के अमृतसर के जलियांवाला बाग में निहत्थो पर जनरल डायर से गोली चलवा दी।अनेक निर्दोष मौत के घाट उतार दिए गए।इस हत्याकांड से क्षुब्ध होकर महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन छेड़ दिया। तब पंडित जवाहर लाल नेहरु ने अपनी वकालत को तुरंत ही तिलांजली दे दी।फिर अपने तन- मन बुद्धि — प्रतिभा और धन से स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष में लग गए। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश को स्वतंत्र करने के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर देने का दृढ़ संकल्प कर लिया ।इन्होंने अपनी आलीशान जिंदगी को स्वतंत्रता — संग्राम में संघर्षरत होकर झोंकने में किसी प्रकार की आनाकानी नहीं कि। सन ई. सन् में भारत को आजादी मिलने पर जब भावी प्रधानमंत्री के essay on jawaharlal nehru in hindi कांग्रेस में मतदान हुआ तो सरदार वल्लभभाई पटेल और आचार्य कृपलानी को सर्वाधिक मत मिले थे। किंतु महात्मा गांधी के कहने पर दोनों ने अपना नाम वापस ले लिया और जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनाया गया। पंडित जवाहरलाल नेहरू में स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। आजादी के पहले गठित अंतरिम सरकार में और आजादी के बाद में भारत के प्रधानमंत्री बने और 27 मई को उनके निधन तक इस पद पर बने रहे।. अपने दोस्तों को share करे:. Next: Speech on Importance of Trees in our Lives in English in simple and easy words.

No comments:

Post a Comment

Self introduction sample essay

Self introduction sample essay How to Write About Yourself in a College Essay | Examples,Being Bilingual Essay WebMar 14,  · Simple Steps t...